राकेश टिकैत ने पंजाब में कहा- “मैं देश के युवाओं को भी धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने हमें अपना अमूल्य समर्थन दिया। यह आंदोलन जनता का, जनता के लिए और जनता द्वारा किया गया था। इस विरोध में सफाई कर्मचारियों से लेकर एनआरआई तक सभी ने योगदान दिया”।
डेली पॉडकास्ट सुनने के लिए सब्सक्राइब करें
जीवन उनका नहीं युधिष्ठिर जो इससे डरते हैं,
मैं खुद कभी बेचा करता था, दर्दे दिल की दवा
कई लोग तो बीच में ही खड़े होकर उनका तालियों से होसला बढ़ा रहे थे। जब उनकी डांस-परफॉर्मेंस समाप्त हुई तो उनके सम्मान में लोगो ने दोबारा अपनी कुर्सी से उठकर ढेर सारी तालियों से उनका स्वागत किया । उस समय उन बच्चो की शक्ल पर खुशी, आत्मसम्मान और संतोष के भावः साफ़ झलक रहे थे मानो कह रहे हो -हम किसी से कम नहीं । फ्लाईंग -किस देते हुए बच्चे मंच छोड़ रहे थे। साथ ही हमारे दिलों को भी साथ ले जा रहे थे। अपनी एकअमित छाप हम सबपर छोडकर ......
जितनी इज्जत दे सकता हूँ उतनी उतार भी सकता हूँ।
मिली थी जिन्दगीकिसी के ‘काम’ आने के लिए.. पर वक्त बित रहा हैकागज के टुकड़े कमाने के लिए.. क्या 2 लाइन हौसला शायरी करोगे इतना पैसा कमा कर..?ना कफन
Карта портала
नई जिंदगी की शुरुआत शायरी
सच है होस्सले बुलंद हो तो कोई काम मुस्किल नही. इन बच्चो को मेरा भी आशिर्वाद.
अगर कर हौसला बुलंद तो रास्ते खुद ही बनते जायेगे
ध्यान रख दोस्त वो छोटी चिड़िया सी चिड़िया तक डंडियाँ ढूंढ़कर,
अंदाज थोड़ा अलग रखता हूँ शायद इसीलिए मै लोगों को गलत लगता हूँ।